आजादी के 75 वर्ष और छत्तीसगढ़ राज्य बने 24 वर्ष इस गांव में नही है मूलभूत सुविधाएं,न ही बन सका सड़क…. दासता बया कर रही सड़क….

आजादी के 75 वर्ष और छत्तीसगढ़ राज्य बने 24 वर्ष इस गांव में नही है मूलभूत सुविधाएं,न ही बन सका सड़क…. दासता बया कर रही सड़क….
जांजगीर चांपा जिले के ग्राम पंचायत देवरानी(बिर्रा ) ब्लाक बम्हनीडीह के रोड आजादी के 75 वर्ष और छत्तीसगढ़ राज्य बने 24 वर्ष हो गए उसके बाद भी इस ग्राम पंचायत देवरानी का रोड आज भी दलदल कीचड़ में लोगों को चलने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
देवरानी गांव के पटेल, यादव मोहल्ला से लेकर सतनामी पारा होते हुऐ पूरे नदी तक जाने वाले रोड पर गाड़ी मोटर तो दूर आदमियों का चलना मुश्किल हो गया है।
यह मुख्य रोड स्कूल, ग्राम पंचायत, आंगन बाड़ी केन्द्र के सामने इतना कीचड़ है कि स्कूली बच्चों एवं गांव के बुजुर्गो सहित सभी अन्य लोगों को
इसी रोड में चलकर जाना पड़ता है।
ग्राम के सभी लोग इस गांव के स्थिति से बहुत परेशान है,किसी का तबियत खराब हो जाता है तो मरीज को उठाकर ले जाना पड़ता है।
कार गाड़ी 2 किलो मीटर पहले खड़ा करना पड़ता है।
इस गांव के सरपंच राजू साहु अपने में मस्त रहते हैं, किसी से इनको मतलब नहीं होता है।
और इसी ग्राम पंचायत के निवासी श्रीमती मोहन कुमारी साहु है, जो अभी जनपद पंचायत सदस्य और भाजपा के बड़े नेता है।
लेकिन उनको अपने गांवों का समस्या नही दिखता लेकीन अयोध्या और दिल्ली के समस्या तुरंत दिख जाता है।
और उसके लिए तत्काल हड़ताल आंदोलन में निकल जाती है।
इनको भी अपने गृह ग्राम से कोई लगाव नहीं है।
और यहां के भोले भाले लोगों को सभी विधायक सांसद नेता भी उल्लू बनाकर वोट ले लेते हैं।
चुनाव के समय सभी नेता दौरा करते हैं।
अभी लोकसभा चुनावों में कमलेश जांगड़े जी और विधान सभा चुनावों में बालेश्वर साहु भी वोट मांगने गए थे।
लेकीन इन लोगों का नजर भी इस गांव के रोड नाली कीचड़ पर नही जा रहा है।
इस गंदा रोड के गंदगी से गांव में बीमारी संक्रमण फैलने प्रबल संभावना है।
सरकार को ऐसी स्थिति को ध्यान में रखकर कार्य किया जाना चाहिए।
इस रोड पर पूरे गांव वाले का आवागमन होता है।
इससे सभी लोगों को आर्थिक मानसिक शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।