CGMSC में 660 करोड़ का घोटाला! तीन IAS अफसर जांच के घेरे में, ACB-EOW की पूछताछ जारी…..
छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (CGMSC) में 660 करोड़ के घोटाले की जांच तेज हो गई है। अब इस मामले में तीन आईएएस अधिकारी भी जांच के दायरे में आ गए हैं। ACB और EOW ने IAS भीम सिंह, चंद्रकांत वर्मा और पद्मिनी भोई को समन जारी कर पूछताछ के लिए तलब किया है।
आज दोपहर से IAS भीम सिंह से पूछताछ जारी है, जो पिछले दो घंटे से चल रही है। इससे पहले बुधवार को IAS चंद्रकांत वर्मा से छह घंटे तक पूछताछ की गई थी। अधिकारियों से टेंडर प्रक्रिया और वित्तीय अनियमितताओं को लेकर सवाल-जवाब किए जा रहे हैं।
ACB/EOW अधिकारी:- हमने सरकार से अनुमति लेने के बाद तीनों IAS अधिकारियों को तलब किया है। दस्तावेजों की जांच जारी है, जल्द और खुलासे होंगे।
घोटाले का खुलासा तब हुआ जब भारतीय लेखा एवं लेखापरीक्षा विभाग की ऑडिट रिपोर्ट में 660 करोड़ रुपये की गड़बड़ी पकड़ी गई। बिना बजट आवंटन के महंगी दवाएं और उपकरण खरीदे गए, जो जरूरत से ज्यादा थे। कई ऐसे अस्पतालों में मशीनें और केमिकल भेजे गए, जहां इनका इस्तेमाल संभव ही नहीं था।
ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, नियमों को ताक पर रखकर खरीदारी की गई। कई अस्पतालों में ऐसे उपकरण भेजे गए, जिनका कोई उपयोग नहीं था।
EOW ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। जांच में सामने आया है कि अफसरों की मिलीभगत से सरकारी खजाने को अरबों की चपत लगी है। अब इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
यह घोटाला प्रदेश के सबसे बड़े घोटालों में से एक साबित हो सकता है। इसमें कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
CGMSC घोटाले में IAS अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की भूमिका सवालों के घेरे में है। अब देखना होगा कि ACB और EOW की जांच आगे क्या खुलासा करती है और कौन-कौन इस घोटाले में फंसता है।