जांजगीर चांपा के मेले में बिछड़ी 3 साल की मासूम बच्ची को पुलिस और सोशल मीडिया की मदद से माता-पिता से मिलाया….

जांजगीर चांपा के मेले में बिछड़ी 3 साल की मासूम बच्ची को पुलिस और सोशल मीडिया की मदद से माता-पिता से मिलाया….
अकलतरा के पचरी गांव में लगे मेले में हर तरफ रौनक थी, लेकिन इस खुशी के माहौल में एक परिवार के लिए दुख भरा पल आ गया, जब उनकी तीन साल की मासूम बच्ची अंशिका भीड़ में उनसे बिछड़ गई।
अंशिका अपने माता-पिता को ढूंढते हुए रोने लगी। इसी दौरान ग्राम पचरी की रहने वाली 17 वर्षीय दुर्गा धीवर की नजर इस बच्ची पर पड़ी।
दुर्गा ने समझदारी दिखाते हुए तुरंत अकलतरा पुलिस को सूचना दी और बच्ची को सुरक्षित थाने पहुंचाया। अकलतरा थाना प्रभारी मणिकांत पांडे ने तुरंत बच्ची की फोटो और जानकारी सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा की।
“राजनांदगांव निवासी आशी चौधरी और सतीश चौधरी अपनी बेटी को ढूंढने में परेशान थे। तभी उनके परिचित संजय कुर्रे ने उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल हुई बच्ची की तस्वीर दिखाई।”
“जब माता-पिता को पता चला कि उनकी बच्ची सुरक्षित अकलतरा थाना में है, तो वे तुरंत वहां पहुंचे। पुलिस ने पूछताछ के बाद बच्ची को उनके सुपुर्द कर दिया।”
“बच्ची के माता-पिता ने अकलतरा पुलिस और सोशल मीडिया का धन्यवाद किया, जिनकी त्वरित कार्रवाई से उनकी बेटी सुरक्षित वापस मिल सकी। इस मामले में शरीफ मोहम्मद खान, विवेक सिंह, शेष नारायण साहू और अंजना लकड़ा का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।”
“यह घटना बताती है कि जागरूकता और सही समय पर की गई मदद किसी के जीवन में कितना बड़ा बदलाव ला सकती है।”