जांजगीर चांपा में सिविल सर्जन के खिलाफ प्रदर्शन:- डॉक्टर,नर्सों ने लगाया मानसिक शारीरिक प्रताड़ना का आरोप, कलेक्टर से की शिकायत।
जांजगीर चांपा जिले के जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर दीपक जायसवाल पर डॉक्टरों और नर्सों ने मानसिक शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया है। वही सिविल सर्जन के खिलाफ नारे बाजी कर रैली के माध्यम से जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर आकाश छिकारा से शिकायत दर्ज कराई है।
सीनियर नर्स सालोमी बोस ने कहा कि केजवल्टी वार्ड पर ड्यूटी पर थी उस समय सिविल सर्जन डॉक्टर दीपक जसवाल पहुंचे कहा कि सिस्टर आप की नेता गिरी नहीं चलेगी मैं तुम्हे निपटा दूंगा ट्रांसफर कर दूंगा। मेरा कोई कुछ बिगड़ नहीं सकता मेरा स्वास्थ्य मंत्री रिश्तेदार है कलेक्टर मेरा दोस्त है हर मीटिंग में भी यही बात करता है और सीआर खराब करने की भी धमकी देता है। वही हर चीज में पवार दिखाता है। हम काम करते है फिर भी प्रेशर देता है काम वही हो रहा है।
जिला अस्पताल के डॉक्टर इकबाल हुसैन ने कहा कि एक जूनियर डॉक्टर को सिविल सर्जन का प्रभार दिया गया है। अपने पावर का गलत इस्तेमाल कर रहा है जिला अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के बजाय उन्होंने सिनियर डाक्टरों को डोमिनेट करना शुरू कर दिया ,स्टाफ नर्सों से बदसलूकी करते है और सभी लोगों को स्वास्थ्य मंत्री का भतीजा होने और कलेक्टर का दोस्त होने का धौंस जमाते हैं साथ स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर से गहरा संबंध होने का हवाला देते है और अपनी गलतियों को छुपाने के लिए बाहरी रंग रोगन और सजावट कर अच्छी सुविधा होने का दावा करते है , जबकि डॉक्टर और स्टाफ में आक्रोश पहन रहा हैं स्थिति अभी नहीं सुधरेगी तो स्थिती और बिगड़ सकती है ।
वी ओ,, 3,,दीपक जायसवाल सिविल सर्जन ने बताया कि पूर्व में जिला अस्पताल की स्थिति बिगड़ी हुई थी ,जिसे सुधारने के लिए प्रयास किया गया जिसके परिणाम स्वरूप आज जिला अस्पताल में मरीजों को पर्याप्त सुविधा मुहैय्या कराई जा रही है ,अब दिन रात डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल में उपलब्ध रहते है ,उन्होंने कहा कि स्टाफ नर्स और किसी भी चिकित्सक से दुर्व्यवहार नहीं किया जाता प्रशासनिक कसावट के लिए दिशा निर्देश दिए जाते है।
कलेक्टर आकाश छिकारा ने कहा कि इस मामले में चिकित्सकों की शिकायत मिली है ,पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।