छत्तीसगढ़ राज्य अशासकीय विद्यालय संचालक संघ का हुआ गठन,अशासकीय विद्यालयों को संगठित करने एवं उसकी समस्याओं के निराकरण हेतु गठित प्रदेश स्तरीय संगठन
विगत 7,8 वर्षों से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संघर्षरत शासकीय विद्यालयों ने अंततःअपना प्रदेश स्तरीय संगठन तैयार किया ।विगत दिनों धमतरी के गंगरेल में हुई बृहद स्तरीय बैठक में नया संगठन तैयार करने की घोषणा की गई। जिसका प्रदेश अध्यक्ष सर्वसम्मति से श्री सुबोध राठी (धमतरी) को एवं प्रदेश सचिव मनोज पाण्डेय (जांजगीर) को बनाया गया।
विदित हो RTE कि विसंगतियों से अदशकीय विद्यालय विगत कई वर्षों से जूझ रहे हैं ।आर टी ई का पैसा समय पर नहीं मिलना सबसे बड़ी समस्या है। अशासकीय विद्यालयों की प्रमुख मांग है कि सत्र समाप्त होते ही प्रतिपूर्ति राशि विद्यालयों को मिल जानी चाहिए। वहीं दूसरी ओर अशासकीय विद्यालयों को दी जाने वाली प्रतिपूर्ति की राशि का निर्धारण 2011 में हुआ था। उसी अनुसार अभी तक राशि दी जा रही है ।जबकि विगत 6,7 वर्षों से लगातार प्रतिपूर्ति राशि में वृद्धि की मांग की जा रही है। हमारी मांग है कि शासन को शासकीय विद्यालय में प्रति छात्र प्रतिवर्ष जितना व्यय करना होता है ।उतनी ही राशि निजी विद्यालयों को प्रति पूर्ति के रूप में प्रदान किया जाए ।
आरटीई अंतर्गत बच्चों को गणवेश एवं पुस्तक हेतु दी जाने वाली राशि अत्यंत कम है। इसे बढ़ाकर ₹2000 दिए जाने की मांग कई वर्षों से की जा रही है ।शासन की सरस्वती साइकिल योजना का लाभ निजी विद्यालय में पढ़ने वाली गरीब छात्राओं को भी मिलना चाहिए। इसी प्रकार शासन द्वारा विद्यालय की जाने वाली पाठ्यपुस्तक समय पर एवं संकुल स्तर पर प्राप्त हो ,यह भी बड़ी मांग है । स्कूल बसों की वैधता को 12 वर्ष से बढ़कर 18 वर्ष किया जाना चाहिए। सरकार से बोल अपेक्षित है।इन मांगों को लेकर विगत 7,8 वर्षों से अशासकीय विद्यालय के जिलों के संगठन संघर्षरत हैं। तथा विभिन्न माध्यमों से सरकार के समक्ष अपनी मांगों को उठाते रहे हैं ।परंतु आज तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला है। अतः प्रदेश से विभिन्न जिलों के जिला संगठनों ने मिलकर अपना प्रदेश स्तरीय संगठन तैयार किया गया। इसके माध्यम से शासन के उचित फोरम पर अपनी बात रखी जा सके ।नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष सुबोध राठी एवं प्रदेश सचिव मनोज पाण्डेय ने बताया। अभी 24 जिलों के संगठन प्रदेश संगठन से जुड़ गए हैं ।शीघ्र ही सभी 33 जिलों में संगठन का विस्तार किया जाएगा। वहीं अपनी मांगों को लेकर अति शीघ्र माननीय मुख्यमंत्री एवं शिक्षा सचिव से भी प्रतिनिधि मंडल मुलाकात करेगा। वर्तमान सरकार प्रदेश के सभी वर्गों के हित में कार्य कर रही है अतः संगठन को भी पूरा विश्वास है कि हमारी मांगों को भी पूर्ण करने की दिशा में प्रभावी कदम उठाएगी।
बैठक में विभिन्न जिलों के निजी विद्यालय संघ के जिला अध्यक्ष एवं सचिव शामिल थे। बैठक में धमतरी जिले से पूर्व अध्यक्ष विनोद पाण्डेय , वर्तमान अध्यक्ष तरुण भांडे, तिहारु सिन्हा, धीरज अग्रवाल, बसंत गजेंद्र, गजेंद्र पटेल, विशेष लखोटिया परख दास मानिकपुरी गोपाल साहू, सूरजपुर से नीरज सिंह राजपूत,कोरबा के जिला अध्यक्ष श्री अक्षय दुबे, राकेश मिश्रा धरमलाल शक्ति के जिला अध्यक्ष विजय लॉरेंस ,जांजगीर चांपा के जिला अध्यक्ष मनोज पाण्डेय, सचिव आलोक शुक्ला, सुरेश साहू ,बिलासपुर जिला के जिला अध्यक्ष राजकुमार सिंह, मुंगेली जिला के जिला अध्यक्ष नर्बद कश्यप, सचिव सोमनाथ बंजारे, सुनील लहरे, ब्रह्म दत्त त्रिपाठी गुलाबचंद अनंत,बलौदा बाजार भाटापारा जिला के जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता , शशिकांत साहू, गरियाबंद जिले के जिला अध्यक्ष स्टेफन बर्न , अब्दुल अख्तर पुष्कर गोस्वामी,कांकेर के जिला अध्यक्ष उमेश साहू , सुमित जायसवाल ,निलेश ठाकुर, गौराम हिरवानी, गीतेश्वर पटेल ,गौतम विश्वकर्मा बालोद जिले के जिला अध्यक्ष कमल नारायण साहू , ललित गौर मनोज सिंह विजय साहू पुरुषोत्तम साहू सुमन साहू सारंगढ़ से विशंभर साहू हरि नारायण पाण्डेय, संतराम जायसवाल, कोरिया जिले से रामकिंकर पाण्डेय,दुर्ग से जगदीश यादव,बस्तर से कुलदीप प्रकाश, रणवीर गौतम ,चंद्रभूषण पांडेय ,चंद्रभान सिंह आदि उपस्थित थे।