सीएसईबी कर्मी लापता:- सुसाइड नोट में दो महिला अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप, परिजनों की बढ़ी चिंता…
कोरबा के बुधवारी स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह में कार्यरत एक सीएसईबी कर्मी लापता होने का मामला सामने आया है। लापता होने से पहले उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें प्लांट में कार्यरत दो महिला अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है। इस घटना से परिवार सदमे में है और पुलिस युवक की तलाश में जुटी है।
सीएसईबी कर्मी लापता:- सुसाइड नोट की तस्वीर
लापता कर्मी की पहचान 36 वर्षीय गोपाल दास के रूप में हुई है, जो दर्री थाना क्षेत्र के नवागांव झाबू का निवासी है। उसे जमीन अधिग्रहण के बदले डीएसपीएम में तृतीय श्रेणी की नौकरी मिली थी और वह सीएसईबी कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहता था।
परिजन – गोपाल के भाई दीपक दास:- गोपाल शनिवार सुबह 6 बजे ड्यूटी पर गया था और दोपहर 2 बजे तक घर लौटने वाला था। डेढ़ बजे उसकी पत्नी से फोन पर बात भी हुई, लेकिन ढाई बजे उसका फोन बंद हो गया। इसके बाद अचानक दो युवक गांव पहुंचे और हमारे पिता को सुसाइड नोट सौंपकर प्लांट के बड़े साहब से बात करवाई, तब हमें गोपाल के लापता होने की जानकारी मिली।
सुसाइड नोट में गोपाल ने प्लांट में कार्यरत शिफ्ट इंचार्ज लीना मैडम और जनरल ड्यूटी की रश्मि उसेंडी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना था कि वे उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही थीं। सही काम करने के बावजूद उसे डांटा जाता था और बेवजह परेशान किया जाता था। इसी प्रताड़ना के चलते उसने यह कदम उठाने का फैसला किया।
दर्री थाने में सीएसईबी कर्मी लापता की शिकायत दर्ज
परिवार ने शनिवार रात ही दर्री थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन 24 घंटे से ज्यादा बीत जाने के बावजूद गोपाल का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस अधिकारी:- हम मामले की जांच कर रहे हैं और लापता व्यक्ति की तलाश के लिए सभी संभावित स्थानों पर खोजबीन की जा रही है। सुसाइड नोट की भी जांच की जा रही है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और परिजनों की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। अब सवाल यह है कि आखिर गोपाल कहां है और क्या उसे सही-सलामत खोजा जा सकेगा?