छत्तीसगढ़ में हो रहे आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी का मामला सामने आ रहा है। जिसमें खैरागढ़ में पदस्थ एक आरक्षक अनिल रत्नाकर इस मामले में लेन देन में नाम आने पर रामपुर में खेत में लगे पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या की है। लालबाग थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। मृतक आरक्षक सरायपाली बसना का रहने वाला हैं।
इस पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने X पर लिखा है कि…
पुलिस भर्ती घोटाला… मौत का खेल शुरू !
राजनांदगांव में ग्राम घोरदा के खेत में आरक्षक अनिल रत्नाकर की फांसी के फंदे से लाश लटकी मिली है।
आरक्षक के तार पुलिस भर्ती घोटाले से जुड़े होना बताया जा रहा है.
सवाल यह है कि क्या यह हत्या है या आत्महत्या?
क्या इसमें कोई “बड़े खिलाड़ी” शामिल हैं?
किसी और को बचाने के लिए किसी और की बलि ली जा रही है?
इस घोटाले और हत्या की CBI जाँच मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी को करवानी चाहिए.