जवानों ने नक्सलियों की इस इलाके में घुसकर विशालकाय नक्सली स्मारक किया ध्वस्त…..
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों को एक बड़ी कामयाबी मिली है। जवानों ने अंदरूनी इलाके पुजारी कांकेर के जंगलों में घुसकर नक्सलियों के एक बड़े स्मारक को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया। यह इलाका छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित है, जहां हाल ही में फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस कैंप स्थापित किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, उसूर ब्लॉक के पुजारी कांकेर के जंगलों में स्थित इस स्मारक तक पहुंचने के लिए जवानों को कठिन रास्तों से गुजरना पड़ा। इस अभियान में जवान जेसीबी मशीन लेकर पहुंचे और स्मारक को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले इसी इलाके में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 12 हार्डकोर नक्सली मारे गए थे। सुरक्षा बलों ने दिसंबर 2024 में भी एक बड़े नक्सली नेता के 90 फीट ऊंचे स्मारक को ध्वस्त किया था।
हम नक्सलियों के प्रभाव क्षेत्र में लगातार घुसपैठ कर रहे हैं। जहां पहले वे अपने मारे गए साथियों की याद में स्मारक बनाते थे, अब वहां हमारी फोर्स अपनी पकड़ मजबूत कर रही है।
बता दें कि बीते कुछ सालों में बस्तर संभाग में 300 से अधिक नक्सली स्मारकों को तोड़ा जा चुका है। नक्सली अपने मारे गए साथियों की याद में स्मारक बनाकर संगठन को मजबूत करने की कोशिश करते हैं और ग्रामीणों को इसमें शामिल करते हैं। लेकिन अब जवान न केवल नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर कर रहे हैं, बल्कि उनकी यादों को भी मिटा रहे हैं।
नक्सली अपने संगठन को मजबूत करने के लिए स्मारकों का उपयोग करते हैं, लेकिन जवानों द्वारा इन्हें ध्वस्त करना एक बड़ी रणनीतिक जीत है।
फिलहाल सुरक्षा बलों ने नक्सल प्रभावित इलाकों में अपनी पकड़ और मजबूत कर दी है। जवानों की लगातार कार्रवाई से नक्सलियों को भारी नुकसान हो रहा है और उनकी रणनीतियों पर पानी फिर रहा है।